7th Pay Commission: महंगाई के इस दौर में अगर आपकी जेब हर महीने थोड़ा और भारी हो जाए तो दिल को सुकून जरूर मिलता है। खासतौर पर जब बात केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनधारकों की हो तो हर DA बढ़ोतरी की खबर उम्मीद लेकर आती है। अब फिर से जुलाई 2025 की DA बढ़ोतरी की चर्चाएं जोरों पर हैं। जानकारों के मुताबिक इस बार महंगाई भत्ते में 3 से 4 फीसदी तक की बढ़ोतरी संभव मानी जा रही है।
आखिर क्या होता है DA और क्यों होता है इतना जरूरी?
सरल शब्दों में कहें तो महंगाई भत्ता यानी Dearness Allowance (DA) एक ऐसा अतिरिक्त पैसा है जो सरकार अपने कर्मचारियों को देती है ताकि बढ़ती महंगाई का असर उनकी सैलरी पर कम पड़े।
हर साल दो बार यह बढ़ोतरी की जाती है पहली जनवरी में और दूसरी जुलाई में। हालांकि भले ही इसका ऐलान बाद में होता है, लेकिन लागू वही दो तारीखें मानी जाती हैं।
इस बार कितना बढ़ सकता है DA?
फिलहाल कर्मचारियों को उनके मूल वेतन का 53% DA मिल रहा है। अगर 3% की बढ़ोतरी होती है तो ये 56% हो जाएगा। और अगर 4% का इजाफा होता है, तो 57% तक पहुंच सकता है।
यह अनुमान CPI-IW (Consumer Price Index for Industrial Workers) पर आधारित होता है जो देश में महंगाई का स्तर मापता है। मई 2025 तक के आंकड़े यही बता रहे हैं कि बढ़ोतरी की पूरी संभावना है।
आपकी सैलरी पर क्या असर पड़ेगा?
मान लीजिए आपकी बेसिक सैलरी ₹18,000 है। अभी आपको इस पर 53% DA यानी ₹9,990 मिल रहे हैं। अगर DA 3% बढ़ता है तो ये ₹10,440 हो जाएगा यानी ₹450 की बढ़त। और जिनकी बेसिक सैलरी ज़्यादा है, उनके लिए ये बढ़ोतरी और भी ज्यादा फायदे वाली साबित होगी।
पेंशनधारकों को भी मिलेगा फायदा?
बिलकुल। पेंशनर्स को Dearness Relief (DR) मिलता है, लेकिन ये DA के बराबर ही होता है। मतलब अगर कर्मचारियों के DA में 4% बढ़ोतरी हुई तो पेंशनर्स का DR भी 4% ही बढ़ेगा। इससे उनकी पेंशन में भी सीधा असर देखने को मिलेगा।
कब हो सकता है ऐलान?
हालांकि DA 1 जुलाई से लागू माना जाएगा, लेकिन इसका ऐलान आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर में होता है। कारण यह कि CPI-IW का जून का आंकड़ा जुलाई के आखिर में आता है, और उसके बाद कैबिनेट की मीटिंग में इस पर फैसला लिया जाता है।
आमतौर पर सरकार त्योहारों से ठीक पहले इसका ऐलान करती है ताकि कर्मचारियों को बोनस और DA का डबल फायदा मिल सके।