आजकल जिंदगी में कई ऐसे मौके आते हैं जब पैसों की जरूरत अचानक पड़ जाती है। ऐसे समय में लोन एक अच्छा विकल्प हो सकता है। चाहे घर खरीदना हो, बच्चों की पढ़ाई करनी हो या कोई मेडिकल इमरजेंसी हो – लोन आपकी मदद कर सकता है। लेकिन लोन लेने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
लोन अगर सोच-समझकर लिया जाए तो यह फायदेमंद होता है, लेकिन बिना सही जानकारी के लिया गया लोन आपकी आर्थिक स्थिति को बिगाड़ सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि लोन लेने से पहले किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए ताकि भविष्य में कोई परेशानी न हो।
लोन की जरूरत को समझें
लोन लेने से पहले यह समझना जरूरी है कि क्या वाकई आपकी जरूरत इतनी जरूरी है कि उसके लिए लोन लेना पड़े। कई बार हम ऐसे खर्चों के लिए भी लोन ले लेते हैं जिन्हें कुछ समय के लिए टाला जा सकता है या अपने सेविंग्स से भी पूरा किया जा सकता है।
अगर आप यह तय कर लें कि लोन लेना ही एकमात्र रास्ता है, तो यह भी सोचें कि कितनी राशि की जरूरत है। जितनी जरूरत है, उतना ही लोन लें। ज़रूरत से ज़्यादा पैसा लेकर उसका उपयोग गलत दिशा में न करें, वरना किस्तें चुकाने में परेशानी हो सकती है।
ब्याज दर और बैंक की शर्तें ध्यान से देखें
हर बैंक या संस्था अलग-अलग ब्याज दर पर लोन देती है। कुछ बैंकों में दर कम होती है तो कुछ में ज्यादा। इसलिए लोन लेने से पहले 2-3 बैंकों से जानकारी लें और उनकी ब्याज दरों की तुलना करें ताकि आपको सबसे सस्ता और सही लोन मिल सके।
सिर्फ ब्याज दर ही नहीं, बल्कि बैंक की अन्य शर्तें भी अच्छी तरह समझें। कई बार कम ब्याज का लालच दिखाकर बैंक दूसरी फीस जैसे प्रोसेसिंग चार्ज, प्रीपेमेंट पेनल्टी आदि ज्यादा ले लेते हैं। इन सब बातों को पहले ही जान लेना समझदारी है।
ईएमआई आपकी कमाई के अनुसार होनी चाहिए
लोन लेते समय EMI यानी मासिक किस्त का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ईएमआई आपकी आय के अनुसार ही होनी चाहिए ताकि बाकी खर्च भी आसानी से चल सकें और लोन की किस्त भरना भी मुश्किल न हो।
अगर आप अपनी कमाई से ज्यादा EMI ले लेते हैं तो हर महीने का बजट बिगड़ सकता है और कहीं न कहीं आपकी सेविंग्स या जरूरी खर्च पर असर पड़ेगा। कोशिश करें कि EMI आपकी इनकम का एक संतुलित हिस्सा हो।
पेमेंट में देरी न हो, समय पर चुकाएं
लोन की किस्त समय पर चुकाना बेहद जरूरी है। अगर आप EMI में देरी करते हैं तो बैंक जुर्माना लगाता है और साथ ही आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब हो सकता है। यह स्कोर आगे चलकर दूसरे लोन लेने में मुश्किल पैदा कर सकता है।
अगर कभी किस्त देने में परेशानी हो रही हो तो बैंक से बात करें और कोई समाधान निकालें। लेकिन किस्त चुकाने में लापरवाही न करें क्योंकि यह आपकी आर्थिक साख को लंबे समय तक प्रभावित कर सकती है।
लोन के कागज और शर्तें ध्यान से पढ़ें
लोन लेने से पहले जो भी कागज बैंक आपको देता है, उन्हें ध्यान से पढ़ें। कई बार छोटी-छोटी बातें बाद में बड़ी परेशानी बन जाती हैं क्योंकि हमने उन्हें पहले ध्यान से नहीं पढ़ा होता।
अगर कोई शर्त समझ में न आए तो बैंक से साफ-साफ पूछें और तब तक साइन न करें जब तक सब कुछ पूरी तरह स्पष्ट न हो। यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप पूरी जानकारी के साथ लोन लें।
निष्कर्ष
लोन लेना आसान है लेकिन चुकाना चुनौती भरा हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप हर पहलू को ध्यान से समझें और सोच-समझकर फैसला लें। सही जानकारी और योजना के साथ लिया गया लोन आपकी मदद कर सकता है, लेकिन जल्दबाजी या बिना समझदारी के लिया गया लोन मुश्किलें बढ़ा सकता है। समझदारी से उठाया गया हर कदम आपके आर्थिक भविष्य को मजबूत बनाता है।