Post Office RD: पोस्ट ऑफिस की रेकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposit – RD) योजना एक लोकप्रिय और सुरक्षित बचत विकल्प है, जो निश्चित ब्याज दर पर तय समय के लिए नियमित बचत को बढ़ावा देती है। यह योजना खासतौर से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो हर महीने एक तय राशि निवेश करके बिना बाजार जोखिम के एक सुनिश्चित रिटर्न चाहते हैं।
अगर आप हर महीने ₹3200 की राशि पोस्ट ऑफिस RD स्कीम में जमा करते हैं, तो मौजूदा ब्याज दर 6.7% सालाना के हिसाब से 5 साल में आपको कुल ₹2,28,370 मिलते हैं। इसमें आपकी जमा राशि ₹1,92,000 होती है और आपको ₹36,370 का ब्याज मिलता है। यह ब्याज सरल (Simple) ब्याज के आधार पर जोड़ा जाता है, न कि चक्रवृद्धि (Compound) ब्याज से।
₹3200 प्रति माह जमा पर कितना रिटर्न मिलेगा?
इस योजना के तहत अगर आप 5 साल तक हर महीने ₹3200 जमा करते हैं, तो कुल निवेश ₹1,92,000 बनता है। 6.7% की सालाना ब्याज दर पर कुल ब्याज ₹36,370 बनता है। यानी 5 साल के अंत में आपको ₹2,28,370 की कुल राशि मिलती है। यह गणना मौजूदा ब्याज दर के आधार पर की गई है और भविष्य में ब्याज दरों में बदलाव हो सकता है।
पोस्ट ऑफिस RD स्कीम में चक्रवृद्धि ब्याज नहीं मिलता, बल्कि यह एक सरल ब्याज आधारित योजना है। यही कारण है कि इसमें मिलने वाला रिटर्न स्थिर और पारदर्शी होता है। यह उन निवेशकों के लिए आदर्श है जो बिना जोखिम के सुनिश्चित रकम पाना चाहते हैं।
खाता कौन खोल सकता है?
पोस्ट ऑफिस RD खाता कोई भी भारतीय नागरिक खोल सकता है। यह व्यक्तिगत रूप से, संयुक्त रूप से या नाबालिग के नाम पर भी खोला जा सकता है। 10 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बच्चे भी अपने नाम से खाता खोल सकते हैं, बशर्ते वैध दस्तावेज़ हों।
एनआरआई (NRI) इस योजना में खाता नहीं खोल सकते। यह स्कीम केवल भारत में निवास करने वाले लोगों के लिए उपलब्ध है। नाबालिग के नाम पर खाता अभिभावक की निगरानी में खोला जाता है और ऑपरेशन की जिम्मेदारी अभिभावक के पास होती है।
खाता खोलने की प्रक्रिया और ज़रूरी दस्तावेज़
पोस्ट ऑफिस में RD खाता खोलने के लिए आपको नजदीकी पोस्ट ऑफिस जाना होगा। वहां आपको खाता खोलने का फॉर्म भरना होगा और पहचान व पते के प्रमाण जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी या राशन कार्ड जमा करने होंगे। साथ में दो पासपोर्ट साइज फोटो भी देना होता है।
अगर खाता नाबालिग के नाम पर खुल रहा है, तो जन्म प्रमाण पत्र और अभिभावक के दस्तावेज़ जरूरी होते हैं। फॉर्म भरने के बाद खाता तुरंत खुल जाता है और आपको पासबुक जारी की जाती है। अब कुछ पोस्ट ऑफिस IPPB मोबाइल ऐप के जरिए ऑनलाइन खाता खोलने की सुविधा भी देते हैं।
टैक्स नियम और अन्य शर्तें
पोस्ट ऑफिस RD पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है, लेकिन TDS नहीं कटता। इसलिए आपको ब्याज राशि को अपनी सालाना आय में जोड़कर टैक्स रिटर्न में दिखाना होता है। इस योजना पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट नहीं मिलती है।
अगर आप समय से किश्त नहीं भरते हैं तो ₹100 पर ₹1 का जुर्माना लगाया जाता है। इसके अलावा खाता एक साल बाद प्रीमैच्योर बंद भी किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए शर्तें लागू होती हैं। आप खाता एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर भी करा सकते हैं।
निष्कर्ष
पोस्ट ऑफिस की रेकरिंग डिपॉजिट योजना में ₹3200 की मासिक बचत से आप 5 साल में ₹2.28 लाख की सुरक्षित राशि तैयार कर सकते हैं। यह योजना खासकर उन लोगों के लिए बेहतरीन है जो जोखिम से बचते हुए तय रिटर्न चाहते हैं। यह स्कीम छोटे निवेशकों, गृहिणियों, सैलरीड लोगों और रिटायर्ड व्यक्तियों के लिए बहुत उपयोगी हो सकती है।
Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई गणनाएं 6.7% सालाना ब्याज दर को आधार मानकर सरल ब्याज के अनुसार की गई हैं। ब्याज दरें समय के साथ बदल सकती हैं। निवेश करने से पहले संबंधित पोस्ट ऑफिस या वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर करें।