HDFC Bank Personal Loan: कई बार ऐसा समय आता है जब पैसों की जरूरत अचानक सामने खड़ी हो जाती है। किसी की शादी हो घर की मरम्मत करवानी हो या फिर मेडिकल इमरजेंसी हो ऐसे हालात में savings काफी नहीं होती। ऐसे में Personal Loan ही वो सहारा बनता है जो बिना ज़्यादा झंझट के तुरंत राहत देता है। अगर आप भी ₹5 लाख का Loan लेने की सोच रहे हैं और जानना चाहते हैं कि EMI कितनी बनेगी और इसके लिए सैलरी कितनी होनी चाहिए तो यह जानकारी आपके लिए ही है।
क्या है HDFC का Personal Loan और किसे मिल सकता है?
HDFC बैंक की पर्सनल लोन स्कीम एक ऐसा विकल्प है जिसमें बिना किसी गारंटी के आपको बैंक एक तय रकम उधार देता है। इस Loan को लेने के लिए आपको सिर्फ अपनी सैलरी, नौकरी का अनुभव और क्रेडिट स्कोर दिखाना होता है। ये लोन ज़्यादातर उन लोगों को दिया जाता है जो नौकरीपेशा हैं और जिनकी मासिक आमदनी नियमित है।
HDFC बैंक इस लोन को 12 महीने से लेकर 60 महीने तक के लिए देता है। यानी आप खुद तय कर सकते हैं कि कितने समय में लोन चुकाना है। इस Loan की सबसे बड़ी खासियत यही है कि इसमें कोई collateral की ज़रूरत नहीं होती और प्रोसेस भी काफी जल्दी पूरा हो जाता है।
ब्याज दरें और EMI का कैलकुलेशन
अगर आप ₹5 लाख का पर्सनल लोन लेते हैं और लोन अवधि 5 साल रखते हैं, तो ब्याज दर के अनुसार आपकी EMI तय होती है। वर्तमान में HDFC बैंक पर्सनल लोन पर करीब 11% से 13% तक की सालाना ब्याज दर ले रहा है। हम यहां 12% की औसत दर को आधार मानकर EMI की गणना कर रहे हैं।
अगर आप ₹5 लाख का लोन 5 साल यानी 60 महीनों के लिए लेते हैं, तो आपकी हर महीने की किस्त करीब ₹11,130 के आसपास बनेगी। अगर आप लोन जल्दी चुकाना चाहते हैं और 3 साल की अवधि रखते हैं, तो EMI बढ़कर करीब ₹16,600 हो सकती है। लेकिन लंबे समय के लिए लोन लेने से EMI कम जरूर होगी, मगर कुल भुगतान ज़्यादा देना पड़ेगा। इसलिए EMI और कुल खर्च का संतुलन समझदारी से तय करें।
EMI के लिए कितनी होनी चाहिए आपकी सैलरी?
EMI तय करते समय एक बात बहुत जरूरी होती है कि आपकी मासिक आमदनी के अनुसार लोन का बोझ आपको भारी न लगे। सामान्यत: यह माना जाता है कि आपकी EMI, आपकी Net Salary का 30% से अधिक नहीं होनी चाहिए। अगर ₹5 लाख के लोन पर आपकी EMI ₹11,130 बनती है, तो आपकी take-home salary कम से कम ₹37,000 से ₹40,000 के बीच होनी चाहिए।
अगर आपकी सैलरी इससे कम है, तो या तो EMI बहुत भारी लगेगी या फिर बैंक आपका लोन पास ही नहीं करेगा। वहीं जिनकी सैलरी ₹50,000 या उससे अधिक है, उनके लिए यह EMI मैनेज करना आसान होता है। इससे लोन चुकाने में देरी नहीं होती और आपका credit score भी अच्छा बना रहता है।
लोन लेने से पहले किन बातों का रखें ध्यान?
HDFC से लोन लेने से पहले कुछ जरूरी बातों को समझना बहुत आवश्यक है। सबसे पहले, बैंक लोन देते समय एक बार की प्रोसेसिंग फीस काटता है जो आम तौर पर ₹3,000 से लेकर ₹5,000 तक हो सकती है। यह राशि लोन अमाउंट से अलग होती है और यह आपके अकाउंट से लोन मिलने के समय ही कट जाती है।
इसके अलावा, अगर आप लोन की EMI चुकाने में देरी करते हैं, तो बैंक उस पर लेट फीस लेता है। यह जुर्माना आपकी EMI पर 2% से 3% के बीच हो सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि हर महीने तय तारीख पर EMI जरूर चुकाएं।
अगर कभी आप लोन की पूरी रकम समय से पहले चुकाना चाहते हैं, तो बैंक उस पर प्री-पेमेंट चार्ज ले सकता है। यह शुल्क लोन की बची हुई राशि पर 2% से 4% तक हो सकता है। हालांकि कई बार HDFC बैंक कुछ समय बाद प्री-पेमेंट पर छूट भी देता है, लेकिन यह नियम समय के साथ बदल सकते हैं।
एक बात और ध्यान देने लायक है कि इस लोन पर आपको कोई टैक्स छूट नहीं मिलती, क्योंकि यह Personal खर्च के लिए दिया जाता है, ना कि किसी housing या education से जुड़े उद्देश्य के लिए। इसलिए इसे सिर्फ ज़रूरत के समय और सोच-समझकर ही लेना चाहिए।
निष्कर्ष
अगर आप ₹5 लाख का लोन लेने की योजना बना रहे हैं और EMI के बोझ को लेकर चिंता में हैं, तो HDFC बैंक की Personal Loan योजना आपके लिए एक सुरक्षित और तेज़ समाधान हो सकती है। बैंक की प्रोसेसिंग तेज़ है, दस्तावेज़ीकरण कम है और EMI प्लान भी आपके बजट के हिसाब से तय किया जा सकता है।
₹11,130 की अनुमानित EMI को मैनेज करने के लिए आपको कम से कम ₹40,000 मासिक सैलरी की जरूरत होगी, ताकि भुगतान समय पर हो और आपको किसी वित्तीय परेशानी का सामना न करना पड़े।
Disclaimer: यह जानकारी बैंक की मौजूदा ब्याज दरों और आमतौर पर मिलने वाले लोन शर्तों के आधार पर तैयार की गई है। ब्याज दरें और EMI समय के साथ बदल सकती हैं, इसलिए लोन लेने से पहले HDFC बैंक की नजदीकी शाखा या वेबसाइट से पूरी जानकारी अवश्य प्राप्त करें।