Post Office MIS Scheme: अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहे और हर महीने एक तय इनकम भी मिले, तो पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (MIS) एक बेहद बढ़िया विकल्प हो सकता है। इस योजना की खास बात यह है कि आप सिर्फ एक बार निवेश करते हैं और फिर हर महीने एक तय रकम आपके खाते में आती रहती है।
2025 की पहली तिमाही के अनुसार, इस स्कीम पर सरकार 7.4% सालाना ब्याज दे रही है। अगर आप इसमें ₹15 लाख का निवेश करते हैं, तो हर महीने करीब ₹9,250 तक की गारंटीड इनकम मिलती है। यह पूरी इनकम सुरक्षित होती है और बाजार के उतार-चढ़ाव का इस पर कोई असर नहीं होता।
MIS स्कीम क्या है और कैसे काम करती है?
पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (MIS) एक ऐसी योजना है जिसमें आप एकमुश्त राशि निवेश करते हैं और फिर अगले पांच सालों तक हर महीने उस पर मिलने वाला ब्याज पाते हैं। यह स्कीम उन लोगों के लिए बनाई गई है जिन्हें नियमित मासिक आमदनी की जरूरत होती है — जैसे रिटायर्ड व्यक्ति, गृहिणी या कम रिस्क लेने वाले निवेशक।
इस योजना की अवधि 5 साल होती है। 5 साल पूरे होने पर आपको आपका मूलधन वापस मिल जाता है। निवेश की सीमा भी तय है — एकल खाता खोलने पर अधिकतम ₹9 लाख और संयुक्त खाता खोलने पर ₹15 लाख तक जमा किए जा सकते हैं। यही वजह है कि अधिकतम रिटर्न पाने के लिए ज्यादातर लोग संयुक्त खाता खोलकर निवेश करते हैं।
हर महीने ₹9,250 कैसे मिलते हैं?
अगर आप MIS स्कीम में संयुक्त खाता खोलकर अधिकतम सीमा यानी ₹15 लाख का निवेश करते हैं, तो 7.4% की वार्षिक ब्याज दर के अनुसार सालाना ब्याज ₹1,11,000 के आसपास बनता है। इस राशि को 12 महीनों में बांटने पर हर महीने लगभग ₹9,250 आपके खाते में भेजा जाता है।
यह ब्याज सीधे आपके सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता है, जिससे आपको पैसे निकालने के लिए किसी अलग प्रक्रिया की जरूरत नहीं पड़ती। आप चाहें तो इस मासिक ब्याज को किसी दूसरी बचत योजना, जैसे आरडी या एसआईपी में भी लगा सकते हैं और अपने रिटर्न को और बढ़ा सकते हैं।
किसे मिल सकता है लाभ और कैसे खोलें खाता?
पोस्ट ऑफिस MIS खाता कोई भी भारतीय नागरिक खोल सकता है जिसकी उम्र 18 साल या उससे अधिक हो। यह खाता व्यक्तिगत, संयुक्त या नाबालिग के नाम से भी खोला जा सकता है। संयुक्त खाते में अधिकतम तीन व्यक्ति हो सकते हैं और सभी को बराबर का अधिकार मिलता है।
खाता खोलने के लिए आपको अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस जाना होगा और आधार कार्ड, पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और पासपोर्ट साइज फोटो के साथ आवेदन फॉर्म जमा करना होगा। आप चाहें तो अब ऑनलाइन भी पोस्ट ऑफिस की वेबसाइट या ऐप के जरिए यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
क्या है टैक्स और लिक्विडिटी से जुड़ी शर्तें?
पोस्ट ऑफिस MIS स्कीम में मिलने वाला ब्याज पूरी तरह टैक्सेबल होता है, यानी इस पर TDS तो नहीं कटता लेकिन आपको साल के अंत में इसे अपनी इनकम में जोड़कर टैक्स रिटर्न भरना होता है। हालांकि, निवेश की गई राशि पर कोई टैक्स नहीं लगता क्योंकि यह बचत का हिस्सा है।
अगर आप योजना की अवधि से पहले पैसा निकालना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ शर्तें होती हैं। एक साल तक खाता नहीं बंद किया जा सकता। 1 से 3 साल के बीच निकालने पर कुछ पेनाल्टी लगती है, जबकि 3 साल के बाद आंशिक निकासी की सुविधा मिलती है। हालांकि, यह योजना उन्हीं के लिए बेहतर है जो 5 साल तक पैसा रोक सकते हैं।
निष्कर्ष
अगर आप एक बार पैसा लगाकर हर महीने फिक्स इनकम पाना चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (MIS) आपके लिए एकदम सही है। ₹15 लाख निवेश करने पर हर महीने ₹9,250 तक की गारंटीड कमाई मिल सकती है — वो भी बिना किसी जोखिम के। 2025 की 7.4% ब्याज दर इसे और ज्यादा फायदेमंद बनाती है, खासकर उन लोगों के लिए जो रिटायर्ड हैं या फिक्स्ड इनकम चाहते हैं।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश करने से पहले नजदीकी पोस्ट ऑफिस से संपर्क करें या आधिकारिक वेबसाइट पर ब्याज दर, नियम और शर्तें जरूर जांचें क्योंकि ये समय-समय पर बदल सकते हैं।