Post Office: अगर आप हर महीने कुछ पैसा बचाकर सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं, तो डाकघर की Recurring Deposit (RD) स्कीम आपके लिए शानदार विकल्प हो सकती है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह पूरी तरह गारंटीड रिटर्न देती है, क्योंकि इसे भारत सरकार का समर्थन प्राप्त है। यानी ना कोई रिस्क और ना ही बाजार की उठापटक का डर।
मान लीजिए आप हर महीने ₹8000 की आरडी पोस्ट ऑफिस में करते हैं, तो 5 साल बाद आपको ₹5,70,929 रुपये मिल सकते हैं। इसमें आपकी कुल जमा राशि ₹4,80,000 होगी और ब्याज के तौर पर ₹90,929 का अतिरिक्त रिटर्न मिलेगा। यह सब 6.7% सालाना ब्याज दर के आधार पर कैलकुलेट किया गया है, जैसा कि फोटो में दिखाया गया है।
क्या है पोस्ट ऑफिस आरडी स्कीम?
पोस्ट ऑफिस की आरडी एक मंथली इनकम सेविंग स्कीम है, जिसमें आप हर महीने एक तय राशि जमा करते हैं और मैच्योरिटी पर आपको मूलधन के साथ तय ब्याज मिलता है। यह स्कीम फिलहाल 5 साल की होती है और इसमें वर्तमान में 6.7% सालाना ब्याज मिलता है, जो हर तिमाही केंद्र सरकार द्वारा तय किया जाता है।
इस स्कीम की एक और खासियत यह है कि इसमें ब्याज सालाना कंपाउंड होता है, हालांकि यह चक्रवृद्धि (compounded) नहीं बल्कि साधारण ब्याज की तरह मिलता है। इसलिए यह उन निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प है जो निश्चित और सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं।
कौन खोल सकता है खाता?
पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम कोई भी भारतीय नागरिक खोल सकता है। इसमें सिंगल और जॉइंट दोनों तरह के खाते खोले जा सकते हैं। नाबालिग के नाम से भी खाता खोला जा सकता है, लेकिन उस स्थिति में अभिभावक की निगरानी जरूरी होती है।
आप खाता अपने नाम, बच्चों के नाम या परिवार के किसी सदस्य के नाम से खोल सकते हैं। यह सुविधा ग्रामीण से लेकर शहरी हर इलाके के पोस्ट ऑफिस में उपलब्ध है, इसलिए इसमें निवेश करना बेहद आसान है।
कैसे खोलें पोस्ट ऑफिस आरडी खाता?
पोस्ट ऑफिस में आरडी खाता खोलने के लिए आपको नजदीकी डाकघर जाना होगा। वहां एक फॉर्म भरना होगा और आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करना होगा। खाता खोलते समय पहली किस्त भी जमा करनी होती है।
अब कई डाकघरों में यह सुविधा ऑनलाइन भी उपलब्ध है। अगर आपका डाकघर CBS (Core Banking System) से जुड़ा है तो आप इंडिया पोस्ट की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से भी आरडी खाता खोल सकते हैं और पैसा जमा कर सकते हैं।
कौन-कौन से दस्तावेज जरूरी होंगे?
खाता खोलने के लिए आपको आधार कार्ड, पैन कार्ड, एक पासपोर्ट साइज फोटो और एड्रेस प्रूफ देना होगा। साथ ही खाता खोलते समय केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होती है, जो पोस्ट ऑफिस कर्मचारी द्वारा की जाती है।
यदि आप नाबालिग के लिए खाता खोल रहे हैं तो जन्म प्रमाणपत्र और अभिभावक का दस्तावेज भी आवश्यक होता है। दस्तावेज सत्यापन के बाद तुरंत खाता खोल दिया जाता है और पासबुक भी दी जाती है।
कितनी होती है मैच्योरिटी और ब्याज?
पोस्ट ऑफिस की आरडी की अवधि 5 साल यानी 60 महीने होती है। ब्याज की गणना सालाना होती है, लेकिन भुगतान मैच्योरिटी पर होता है। 6.7% की वर्तमान ब्याज दर से, ₹8000 महीने जमा करने पर 5 साल बाद आपको कुल ₹5,70,929 मिलेंगे
ब्याज दर सरकार द्वारा तिमाही रूप से तय की जाती है, लेकिन एक बार जब खाता खुल जाता है, तो उसमें वही ब्याज दर लागू रहती है जब तक कि आपकी आरडी मैच्योर न हो जाए। यानी निवेश करते समय जो रेट फिक्स है, वही बनेगी।
इतनी मिलती है सुरक्षा और सुविधा
पोस्ट ऑफिस आरडी को सरकार का समर्थन प्राप्त है, इसलिए इसमें निवेश पूरी तरह सुरक्षित रहता है। न कोई डूबने का खतरा, न बाजार का उतार-चढ़ाव। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए आदर्श है जो रिस्क नहीं लेना चाहते लेकिन नियमित सेविंग करना चाहते हैं।
साथ ही पोस्ट ऑफिस की पहुंच देश के हर कोने में है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी इस स्कीम का लाभ आसानी से उठा सकते हैं। आप चाहें तो आरडी में जमा राशि को समय से पहले निकाल भी सकते हैं, हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें होती हैं।
निष्कर्ष
अगर आप हर महीने ₹8000 जमा कर सकते हैं और एक सुरक्षित, गारंटीड और सरकार समर्थित स्कीम की तलाश में हैं, तो पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। सिर्फ 5 साल में ₹90,000 से ज्यादा का ब्याज और कुल ₹5.70 लाख से अधिक का रिटर्न एक मजबूत और भरोसेमंद निवेश को दर्शाता है। यह स्कीम उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो बिना रिस्क के सेविंग करना चाहते हैं।
disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई ब्याज दरें और गणनाएं मौजूदा ब्याज दर 6.7% के आधार पर हैं, जो समय के साथ बदल सकती हैं। किसी भी निवेश निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें और सभी नियम व शर्तें ध्यानपूर्वक पढ़ें।