Sukanya Samriddhi Yojana: अगर आपके घर में बेटी है और आप उसकी पढ़ाई या शादी के लिए धीरे-धीरे एक बड़ा फंड बनाना चाहते हैं, तो सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) आपके लिए सबसे बेहतरीन विकल्प है। यह योजना भारत सरकार द्वारा खासतौर पर बेटियों के लिए चलाई जाती है, जिसमें छोटा-छोटा निवेश करके लाखों रुपये का फंड तैयार किया जा सकता है। इसमें सरकार 8.2 प्रतिशत का चक्रवृद्धि ब्याज देती है, जो बाक़ी बचत योजनाओं से कहीं ज़्यादा है।
इस स्कीम में आप हर महीने केवल 250 रुपये से भी शुरुआत कर सकते हैं, और अधिकतम सालाना 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। अगर आप नियमित रूप से 500 से लेकर 5000 रुपये तक हर महीने निवेश करते हैं, तो बेटी के 21 साल पूरे होने तक आपको करीब 27 लाख रुपये तक की रकम मिल सकती है। आइए जानते हैं इस योजना की सारी बातें विस्तार से।
क्या है सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की एक छोटी बचत योजना है, जो बेटी के भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इसे किसी भी पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक में खोला जा सकता है। इस योजना के तहत बेटी के नाम से एक खाता खोला जाता है, जिसे माता-पिता या अभिभावक संचालित करते हैं। इसमें निवेश पर सरकार द्वारा 8.2 प्रतिशत का सालाना चक्रवृद्धि ब्याज दिया जाता है।
कितना और कैसे जमा कर सकते हैं
इस स्कीम में आप हर महीने न्यूनतम 250 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। सालाना आप अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक ही जमा कर सकते हैं, इससे अधिक जमा करने की अनुमति नहीं है। आप चाहें तो हर महीने 500, 1000, 2000 या 5000 रुपये तक की राशि तय करके नियमित निवेश कर सकते हैं। निवेश 15 साल तक करना होता है और खाता बेटी के 21 साल पूरे होने पर मैच्योर होता है।
कितने साल तक करना होता है निवेश
इस योजना में जब आप खाता खोलते हैं, तो आपको लगातार 15 साल तक उसमें पैसा जमा करना होता है। उसके बाद खाता बंद नहीं होता, बल्कि उस पर ब्याज बढ़ता रहता है और पूरा पैसा बेटी के 21 साल की उम्र में मिलता है। यानी 15 साल तक जमा और बाकी 6 साल तक सिर्फ ब्याज मिलता रहता है।
कितना मिलता है ब्याज
सुकन्या योजना में अभी 8.2 प्रतिशत सालाना ब्याज मिलता है, जो चक्रवृद्धि आधार पर जोड़ा जाता है। यानी हर साल ब्याज भी मूलधन में जुड़ जाता है और फिर अगले साल उस पर ब्याज मिलता है। यही वजह है कि धीरे-धीरे छोटी-छोटी रकम एक बड़ी पूंजी में बदल जाती है। यह ब्याज दर सरकार समय-समय पर तय करती है, लेकिन अभी यह सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली स्कीमों में से एक है।
500 से 5000 रुपये तक जमा करने पर कितना मिलेगा
अगर आप हर महीने अलग-अलग राशि जमा करते हैं, तो 21 साल पूरे होने तक अनुमानित मैच्योरिटी अमाउंट इस प्रकार हो सकता है (8.2 प्रतिशत ब्याज दर के अनुसार)
हर महीने जमा राशि (₹) | 15 साल में कुल निवेश (₹) | ब्याज से कमाई (₹) | मैच्योरिटी राशि (₹) |
---|---|---|---|
500 | 90,000 | 1,87,164 | 2,77,164 |
1000 | 1,80,000 | 3,74,328 | 5,54,328 |
1500 | 2,70,000 | 5,61,492 | 8,31,492 |
2000 | 3,60,000 | 7,48,656 | 11,08,656 |
2500 | 4,50,000 | 9,35,820 | 13,85,820 |
3000 | 5,40,000 | 11,22,984 | 16,62,984 |
5000 | 9,00,000 | 18,71,639 | 27,71,639 |
(नोट – ये आंकड़े अनुमानित हैं, ब्याज दर में बदलाव होने पर थोड़ा फर्क आ सकता है)
कौन खोल सकता है ये खाता
यह खाता बेटी के जन्म के बाद से लेकर 10 साल की उम्र तक ही खोला जा सकता है। एक बेटी के नाम पर एक ही खाता खोला जा सकता है और अधिकतम दो बेटियों के लिए यह सुविधा मिलती है। अगर जुड़वां बेटियां हैं तो कुछ विशेष स्थिति में तीसरे खाते की अनुमति मिल सकती है।
टैक्स में भी मिलता है फायदा
सुकन्या योजना न केवल बचत और ब्याज देती है, बल्कि टैक्स में भी राहत देती है। इसमें आप जो पैसा जमा करते हैं, वह धारा 80C के तहत टैक्स फ्री होता है। इसके अलावा मैच्योरिटी अमाउंट और ब्याज दोनों ही पूरी तरह टैक्स फ्री होते हैं। यानी ये योजना EEE (Exempt-Exempt-Exempt) कैटेगरी में आती है।
निष्कर्ष
अगर आप अपनी बेटी के लिए एक भरोसेमंद और गारंटीड फ्यूचर फंड तैयार करना चाहते हैं, तो सुकन्या समृद्धि योजना से बेहतर विकल्प नहीं है। 500 से 5000 जैसी छोटी-छोटी राशि से शुरुआत करके आप लाखों रुपये का फंड बना सकते हैं। साथ ही इसमें जोखिम बिल्कुल नहीं होता और सरकार की पूरी गारंटी होती है। एक सही समय पर किया गया ये निवेश बेटी के उज्ज्वल भविष्य का मजबूत आधार बन सकता है।
Disclaimer: यह जानकारी इंटरनेट और भारत सरकार की आधिकारिक योजनाओं के विवरण पर आधारित है। निवेश से पहले नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक से जानकारी अवश्य प्राप्त करें।